एशिया कप 2025 शुरू होने से ठीक पहले, क्रिकेट की दुनिया में एक चौंकाने वाली और दुखद घटना हुई है. जिस मैदान पर क्रिकेट का जुनून छाने वाला था, वहां अचानक एक धमाका हुआ. यह खबर पाकिस्तान के खिलाड़ियों और फैंस के लिए एक बड़ा झटका है.
खुशी और उत्साह का माहौल एक ही पल में डर और अफरातफरी में बदल गया. दर्शकों की चीखें, खिलाड़ियों की भागदौड़ और चारों तरफ उठता धुआं, ये सब किसी भयावह फिल्म के सीन जैसा लग रहा था. यह हमला पाकिस्तान के लिए एक दिल दहला देने वाली खबर है.
एशिया कप से पहले मैदान के पास हुआ धमाका
यह घटना पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के खार तहसील में हुई, जहां कौसर क्रिकेट ग्राउंड के बाहर एक धमाका हुआ. इस दुर्घटना में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए. पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि इस हमले में आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का इस्तेमाल किया गया था और इसे एक टारगेटेड अटैक माना जा रहा है.
लगातार बढ़ते हमले, खेल बना निशाना
पिछले कुछ समय से पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकवादी गतिविधियां काफी बढ़ गई हैं. रविवार को खार तहसील के कौसर क्रिकेट मैदान में हुआ यह आईईडी विस्फोट उसी कड़ी का हिस्सा है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह हमला संभवतः कुछ हफ्ते पहले सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए आतंकवाद-विरोधी अभियान ‘ऑपरेशन सरकाफ’ के जवाब में किया गया है. हालांकि, अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
जिला पुलिस अधिकारी वकार रफीक ने बताया कि यह हमला एक खास मकसद के साथ किया गया था. इससे पहले, पिछले शनिवार को भी लोटी मामुंड तहसील में एक पुलिस स्टेशन पर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया गया था, जिसमें दो लोग घायल हुए थे.
जब क्रिकेट टीमों को भी बनाया गया निशाना
यह कोई पहला मौका नहीं है जब आतंकियों ने खेल को निशाना बनाया हो. इससे पहले भी कई बार विदेशी टीमों पर हमले हो चुके हैं:
- साल 2002 में न्यूजीलैंड की टीम पर हमला: मई 2002 में न्यूजीलैंड की टीम पाकिस्तान दौरे पर थी, जब कराची में उनके होटल के बाहर एक बम धमाका हुआ. इस हमले के बाद सीरीज रद्द कर दी गई और न्यूजीलैंड की टीम वापस लौट गई थी.
- साल 2009 में श्रीलंकाई टीम पर हमला: मार्च 2009 में श्रीलंकाई टीम लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम की तरफ जा रही थी, तभी उनकी बस पर आतंकियों ने गोलीबारी और ग्रेनेड से हमला कर दिया. इस हमले में कई खिलाड़ी घायल हुए. इस घटना के बाद, आईसीसी ने पाकिस्तान से 2011 विश्व कप की मेजबानी छीन ली थी और एक दशक से भी ज्यादा समय तक कोई भी विदेशी टीम पाकिस्तान दौरे पर नहीं गई.
फिलहाल, सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है और घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान में क्रिकेट की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.