Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर को अफगानिस्तान और हांगकांग के बीच उद्घाटन मैच से हुई। इस मैच में राशिद खान की कप्तानी में अफगानिस्तान ने हांगकांग को 94 रन के बड़े अंतर से हराया। लेकिन इस मैच के दौरान एक ऐसा खिलाड़ी भी खेल रहा था, जिसने भारत की घरेलू प्रतियोगिता रणजी ट्रॉफी में खेला था, लेकिन अब वह हांगकांग के लिए खेलते नजर आ रहे हैं। हम बात कर रहे हैं अंशुमान रथ की, जो भारतीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अब हांगकांग से खेल रहे हैं।
अंशुमान रथ का भारत छोड़ हांगकांग से खेलना
अंशुमान रथ का जन्म भारत के ओडिशा में हुआ था और वह इस राज्य के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल चुके हैं। लेकिन उन्हें भारत में उतने मौके नहीं मिले, जितने वह असल में हकदार थे, और इसी वजह से उन्होंने भारत को छोड़ हांगकांग का रुख किया।
अंशुमान का संघर्ष
अंशुमान रथ क्रिकेट से बहुत प्रेम करते थे, लेकिन जब वह ओडिशा के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलने आए, तो वहां के माहौल और रीति-रिवाजों ने उन्हें थका दिया। उन्होंने एक समय ऐसा भी महसूस किया कि क्रिकेट छोड़ देना चाहिए। लेकिन हांगकांग में पले-बढ़े अंशुमान को वहां की क्रिकेट संस्कृति से सामंजस्य बैठाने में दिक्कत हो रही थी।
हांगकांग वापस लौटने का फैसला
घरेलू क्रिकेट में संघर्ष करने के बाद अंशुमान ने हांगकांग वापस लौटने का फैसला किया और क्रिकेट की बजाय कॉर्पोरेट जगत में करियर बनाने की सोची। लेकिन तभी क्रिकेट हांगकांग के हाई परफॉर्मेंस मैनेजर मार्क फार्मर ने उन्हें क्रिकेट में वापसी करने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद अंशुमान रथ ने हांगकांग के लिए खेलना शुरू किया और 2014 में उन्होंने हांगकांग के लिए एकदिवसीय और 2015 में टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया।
भारत के खिलाफ ऐतिहासिक मुकाबला
2018 एशिया कप में हांगकांग और भारत के बीच एक मुकाबला खेला गया था, जिसमें अंशुमान रथ ने 73 रन की शानदार पारी खेली। हालांकि, उनकी टीम भारत से केवल 26 रन से हार गई, लेकिन रथ की पारी ने सभी का ध्यान खींचा। उस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 285 रन बनाए थे, और हांगकांग 259 रन तक ही पहुंच सकी।
अंशुमान रथ का करियर
अंशुमान रथ ने अब तक 18 वनडे और 69 टी20 मैच खेले हैं। वनडे में उन्होंने 828 रन और टी20 में 1824 रन बनाए हैं। इसके अलावा, उन्होंने वनडे में 14 विकेट और टी20I में 7 विकेट भी झटके हैं। अंशुमान ने वनडे में एक शतक और सात अर्धशतक बनाए हैं, जबकि टी20I में वह एक शतक और नौ अर्धशतक जड़ चुके हैं।
अंशुमान रथ की कहानी यह साबित करती है कि अगर किसी खिलाड़ी को सही मौके नहीं मिलते, तो वह अपना रास्ता बदलकर भी सफलता हासिल कर सकता है। हांगकांग के लिए खेलते हुए, रथ ने दिखा दिया कि उनके पास क्रिकेट की प्रतिभा है, और वह किसी भी देश के लिए अपनी कड़ी मेहनत से खेल सकते हैं।