BCCI New President: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अगले अध्यक्ष का नाम अब लगभग तय हो गया है। क्रिकेट के दीवाने यह जानने के लिए काफी उत्सुक हैं कि कौन होगा वह शख्स, जो भारत की सबसे शक्तिशाली क्रिकेट संस्था का नेतृत्व करेगा। पूर्व अध्यक्ष रोजर बिन्नी के पद छोड़ने के बाद अब ‘क्रिकेट के भगवान’ यानी सचिन तेंदुलकर का नाम सबसे आगे चल रहा है, जो इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को संभाल सकते हैं।
रोजर बिन्नी के बाद कौन बनेगा BCCI अध्यक्ष?
साल 2022 में रोजर बिन्नी को BCCI का अध्यक्ष चुना गया था। लेकिन जैसे ही उन्होंने बोर्ड के संविधान में निर्धारित 70 वर्ष की आयु सीमा को पार किया, उन्हें पद से हटना पड़ा। फिलहाल राजीव शुक्ला कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाल रहे हैं। लेकिन स्थायी अध्यक्ष कौन बनेगा, यह तय करने के लिए आगामी AGM (वार्षिक आम सभा) का आयोजन इस महीने के अंत में किया जाएगा, जिसमें नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान किया जाएगा।
सचिन तेंदुलकर का नाम सबसे आगे
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सचिन तेंदुलकर का नाम अब सबसे उपयुक्त उम्मीदवार के रूप में उभरकर सामने आ रहा है। सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट में योगदान किसी परिचय का मोहताज नहीं है। 100 अंतरराष्ट्रीय शतक, 34,000 से अधिक रन और ढाई दशकों तक खेलते हुए उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊचाइयों तक पहुंचाया है। यही कारण है कि अब उन्हें BCCI अध्यक्ष के लिए सबसे उपयुक्त नाम माना जा रहा है।
क्या सचिन तेंदुलकर इस जिम्मेदारी के लिए तैयार हैं?
हालांकि, सचिन तेंदुलकर की ओर से इस विषय पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अपने करीबी दोस्तों से कहा है कि वह फिलहाल अपने निजी और पेशेवर जीवन में व्यस्त हैं। तेंदुलकर ने आईपीएल में मुंबई इंडियंस के मेंटर के तौर पर काम किया था और हाल ही में उन्होंने अपने बेटे अर्जुन तेंदुलकर की सगाई और पारिवारिक जिम्मेदारियों पर भी ध्यान दिया है। फिर भी, यह चर्चा ज़ोरों पर है कि BCCI और सरकार दोनों उन्हें इस अहम जिम्मेदारी के लिए मनाने की कोशिश कर सकते हैं।
राजीव शुक्ला भी दौड़ में शामिल

वर्तमान कार्यवाहक अध्यक्ष राजीव शुक्ला का नाम भी BCCI अध्यक्ष की दौड़ में शामिल है। वह पहले IPL गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन रह चुके हैं और भारतीय क्रिकेट के अनुभवी प्रशासकों में गिने जाते हैं। हालांकि, अगर सचिन तेंदुलकर को समर्थन मिलता है, तो राजीव शुक्ला का दावा कमजोर पड़ सकता है।
खिलाड़ियों से प्रशासक बनने की परंपरा
भारतीय क्रिकेट में खिलाड़ियों से प्रशासक बनने की परंपरा पुरानी है। साल 2019 में सौरव गांगुली BCCI के अध्यक्ष बने थे, और उससे पहले भी कई पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी बोर्ड प्रशासन का हिस्सा रहे हैं। यदि सचिन तेंदुलकर को यह जिम्मेदारी मिलती है, तो यह परंपरा और भी मजबूत होगी।
अब देखना यह होगा कि क्या सचिन तेंदुलकर इस जिम्मेदारी को स्वीकार करते हैं और भारतीय क्रिकेट को नई दिशा देने के लिए आगे बढ़ते हैं।