एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर से होने जा रही है। आठ एशियाई टीमें यूएई की सरजमीं पर खिताब की जंग लड़ेंगी। टीम इंडिया भी दुबई पहुंच चुकी है और तैयारी में जुटी है। भारत का पहला मुकाबला 10 सितंबर को मेज़बान संयुक्त अरब अमीरात से होगा, जबकि 14 सितंबर को हाई-वोल्टेज मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला जाएगा।
लेकिन इस बार सबसे ज्यादा चर्चा एक ऐसे खिलाड़ी को लेकर हो रही है, जिसे टीम में तो शामिल किया गया, लेकिन खेलने का मौका मिलने की उम्मीद बेहद कम है।
स्क्वॉड में शामिल होकर भी ‘WATER BOY’ बने हर्षित राणा
चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने 19 अगस्त को टीम इंडिया की 15 सदस्यीय स्क्वॉड का ऐलान किया था। इसमें युवा तेज़ गेंदबाज हर्षित राणा का नाम भी शामिल था। लेकिन सच्चाई ये है कि उन्हें शुरुआती मैचों में प्लेइंग इलेवन में जगह मिलना लगभग नामुमकिन लग रहा है।
टीम मैनेजमेंट ने पहले ही जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह को मुख्य तेज़ गेंदबाज मान लिया है। ऐसे में हर्षित को तीसरे विकल्प के तौर पर रखा गया है। नतीजतन, उनके हिस्से में सिर्फ ड्रिंक्स ले जाने की भूमिका आ सकती है।
बुमराह-अर्शदीप पर टिकी जिम्मेदारी
- अर्शदीप सिंह: भारत के लिए अब तक 63 टी20 मैचों में 99 विकेट झटके, सिर्फ एक विकेट दूर शतक से।
- जसप्रीत बुमराह: एशिया कप से पहले माना जा रहा था कि उन्हें आराम मिलेगा ताकि वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज तक पूरी तरह फिट रहें, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें शामिल कर लिया।
ऐसे में एशिया कप के दौरान बुमराह और अर्शदीप की जोड़ी ही तेज़ गेंदबाजी की अगुवाई करेगी।
UAE को हल्के में लेने की भूल नहीं करेगा भारत

टीम इंडिया 10 सितंबर को यूएई के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी। यह मुकाबला दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा।
- यूएई ने हाल ही में बांग्लादेश को हराकर सभी को चौंकाया था।
- पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसी टीमों को भी कड़ी चुनौती दी थी।
यानी भारत किसी भी हाल में विपक्षी टीम को हल्के में नहीं ले सकता।
👉 सवाल यही है कि हर्षित राणा को टीम में शामिल करने के बावजूद प्लेइंग इलेवन से बाहर रखना क्या सूर्या और गंभीर का गलत फैसला साबित होगा?